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हाइलाइट्स
जयपुर के कारोबारी सत्यनारायण तांबी के घर में पांच डकैतों ने डाली थी डकैती
गैंग के मुजफ्फर अली ने बिजली फिटिंग करने के बहाने की थी पूरे घर की रैकी
विष्णु शर्मा.
जयपुर. राजधानी जयपुर में आटा कारोबारी के घर में बीते दिनों हुई डकैती का पुलिस ने खुलासा (Jaipur Robbery Case Revealed) कर दिया है. डकैती को अंजाम दिल्ली की पांचाल गैंग (Delhi’s Panchal Gang) से जुड़े बदमाशों दिया था. पुलिस ने इस मामले में एक महिला समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. ये बदमाश वारदात से दो महीने पहले जयपुर आये थे और यहां किराए के मकान में ठहरे थे. बदमाशों ने डेढ़ महीने तक बाइक से शहर में घुसकर कारोबारी के घर की रैकी की थी. ये दिल्ली से चुराई गई एक कार की नंबर प्लेट बदलकर आए थे. डकैती डालने वाली गैंग में अहम रोल निभाने वाले 5 बदमाश अभी फरार हैं. पुलिस ने इस मामले में 12 आरोपियों को नामजद किया था.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि जयपुर के गलता गेट इलाके में आटा कारोबारी सत्यनारायण तांबी के घर में 24 अगस्त की शाम 7.30 बजे डकैती की यह वारदात हुई थी. दिल्ली की पांचाल गैंग ने सूरजपोल अनाज मंडी में रहने वाले सत्यनारायण तांबी के घर में परिवार के 10 सदस्यों को बंधक बनाकर 60 लाख रुपये और डेढ़ किलो सोना लूटा था. पुलिस ने इस वारदात में शामिल एक महिला सहित 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. 5 बदमाश अभी भी फरार हैं.
पुलिस ने आरोपियों को लिया 2 दिन के रिमांड पर
पुलिस ने आरोपियों से 9 लाख रुपये, वारदात में काम ली गई कार और जेवरात बरामद किए हैं. सभी 7 आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 2 दिन के रिमांड पर लिया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में गैंग का सरगना संजय पांचाल, अशोक पांचाल और निशा पांचाल शामिल हैं. ये सभी रिश्तेदार हैं. ये दिल्ली में शाहदरा के रहने वाले हैं. डकैती में सहयोग करने वाले गैंग में आरोपी मुजफ्फर अली और वसीम उर्फ समीरउल्ला जयपुर में रामगंज के रहने वाले हैं. इसके अलावा रेहान उर्फ लीलू और अमन सिंह उर्फ मोनू भी दिल्ली के रहने वाले हैं.
बिजली फिटिंग करने वाले ने साथी के मार्फत दी पांचाल गैंग को जानकारी
पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि रामगंज निवासी मुजफ्फर अली और वसीम उर्फ समीरउल्ला ने दिल्ली में बैठी गैंग के सरगना को आटा कारोबारी सत्यनारायण तांबी के घर की जानकारी दी थी. बिजली फिटिंग करने के बहाने आरोपी मुजफ्फर अली ने सत्यनारायण के घर की रैकी की. उसने गारमेंट व्यवसाय से जुड़े दिल्ली निवासी रेहान और संजय पांचाल को बताया कि सत्यनारायण के घर में काफी रुपया और गहने हैं.
आरोपी 2 महीने पहले जयपुर आ गये थे
डीसीपी परिस देशमुख ने बताया कि डकैती की प्लानिंग के लिए संजय पांचाल अपने गैंग के सदस्यों के साथ 2 महीने पहले जयपुर आ गया था. यहां झोटवाड़ा में नांगल जैसा बोहरा और आगरा रोड पर जामडोली में किराए का कमरा लेकर ठहरे. फिर जयपुर में गैंग के सदस्यों के साथ दो महीने तक रैकी की. इसमें संजय पांचाल की साली निशा ने रैकी में अहम रोल निभाया. आखिरकार 5 बदमाशों ने 24 अगस्त को डकैती की और भाग निकले.
सीसीटीवी फुटेज में नजर आई कार से मिला अहम सुराग
वारदात के बाद जयपुर नार्थ और पश्चिम जिले के करीब 150 पुलिसकर्मियों को डकैतों की धरपकड़ के लिये लगाया गया. साइबर और तकनीकी पड़ताल शुरु हुई. इसमें सामने आया कि दिल्ली की चुराई गई कार से बदमाश जयपुर आए थे. वारदात के बाद वे झोटवाड़ा में नांगल जैसा बोहरा भी कार से कमरे पर पहुंचे. सीसीटीवी फुटेज में यह सुराग मिलने पर पुलिस टीम ने दिल्ली की पांचाल गैंग को नामजद किया. उनकी तलाश में गलतागेट थानाप्रभारी मुकेश खराड़िया को दिल्ली भेजा गया और आखिरकार गैंग का खुलासा हो गया.
दो पुलिस कांस्टेबल को विशेष पदोन्नति देने के आदेश
जयपुर में आटा कारोबारी के घर में डकैती केस के खुलासे में अहम रोल निभाने वाले गलतागेट थाने के कांस्टेबल कानाराम और कांस्टेबल प्रदीप को विशेष पदोन्नति देकर हैडकांस्टेबल बनाया जाएगा. डीजीपी एमएल लाठर ने दोनों पुलिस कांस्टेबलों को पदोन्नति देने की घोषणा की है. डीसीपी परिस देशमुख ने बताया कि दोनों कांस्टेबलों ने ही सबसे पहले बदमाशों की कार का असली सुराग लगाया. इससे गैंग का सरगना संजय पांचाला पकड़ा गया.
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Tags: Crime News, Jaipur news, Loot, Looting and robbery, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : September 06, 2022, 07:18 IST
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