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डॉक्टर बनने का था सपना, फिर मानी पिता की सलाह, अब RJS में चयन, पढ़ें दौसा की 2 बेटियों को कैसे मिली सफलता

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PUSHPENDRA MEENA

दौसा. राजस्थान न्यायिक सेवा के परिणाम आने के बाद से ही सफल अभ्यर्थियों की सफलता के किस्से कहानियां चर्चाओं में है. बात करें दौसा जिले की तो राजस्थान न्यायिक सेवा में दो बेटियों का चयन हुआ है. दोनों ने अपने परिवार का गौरव बढ़ाया है. आस्था शर्मा को राजस्थान में 39वें स्थान मिला है. उनको यह सफलता उसके पहले ही प्रयास में मिली है. वहीं सिकराय उपखण्ड क्षेत्र के घूमणा गांव की निवासी जानवी मीणा का चयन हुआ है. जानवी के पिता डॉ. नरेन्द्र मीणा भी सरकारी सेवा में हैं और ग्राम विकास समिति घूमणा के अध्यक्ष भी हैं. जाह्नवी का आरजेएस में चयन होने पर परिवार में खुशी का माहौल है.

वहीं परिणाम जारी होने के बाद गांव के लोगों में भी खुशी देखने को मिली. दोनों के जीवन में कोरोना व्यवधान के रूप में सामने आया था जहां उन्होंने ऑनलाइन पढ़ाई कर लगातार प्रयास जारी रखा.

जानें कैसे की सफलता की तैयारी
जानवी का जन्म 3 सितंबर 1998 को दौसा के गांव घूमना तहसील सिकराय में हुआ. उनका बचपन गांव में ही बीता. उन्होंने शुरुआती शिक्षा भी गांव घूमना की आंगनवाड़ी, सरकारी विद्यालय से की. इसके बाद जानवी का जयपुर में पढ़ाई की. उनके पिता डॉ. नरेंद्र मीना IIT रुड़की में गए, जहां से उन्होंने PHD की. जानवी भी पिता के साथ  ही IIT रुड़की कैंपस में स्थित ABN पब्लिक स्कूल में दाखिला लिया और उनसे कक्षा 3 तक पढ़ाई की. इस दौरान उनके पिता ने अपनी शोध छात्रवृत्ति से ही जानवी का खर्चा उठाया और 2007 में जानवी के पिता देहरादून स्थित केंद्र सरकार के अधीन रिसर्च संस्थान में वैज्ञानिक के पद पर चयनित हुए.

उसके साथ ही जानवी ने भी देहरादून के एशियन स्कूल में दाखिला लिया. वहीं कक्षा 12वीं तक की शिक्षा बायोलॉजी विषय में यहीं से पूरी की. हालांकि शुरू में जानवी डॉक्टर बन कर समाज सेवा करना चाहती थीं, लेकिन पिता के सलाह के बाद जानवी ने कानून के क्षेत्र को चुना. तब बारहवीं के बाद तुरंत ही जानवी ने CLAT की राष्ट्रीय परीक्षा में 73 रैंक हासिल की. इससे उनको कई प्रतिष्ठित नेशनल लॉ विश्विद्यालय से ऑफर मिला. उन्होंने राजीव गांधी राष्ट्रीय लॉ विश्विद्यालय पटियाला पंजाब को चुना. प्रथम श्रेणी से लॉ अन्नार्स में BA, LLB डिग्री हासिल की. कोरोना ने कई व्यवधान डाले। लेकिन जानवी ने अपनी तैयारी जारी रखी और पहले ही प्रयास में RJS परीक्षा में सफलता हासिल की.

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परिवार को दिया सफलता का श्रेय

वहीं जानवी ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, ताई ताऊ और बड़े बुजर्गो को दिया. जानवी की माता सीमा देवी एक गृहणी हैं जबकि जानवी के दो छोटे भाई है. उनका उद्देश्य है त्वरित और प्रभावी न्याय आम नागरिक तक पहुंचना.

जानें कौन है आस्था शर्मा 
आस्था के पिता मनोज कुमार शर्मा अभी जयपुर बिजली निगम में उपनिदेशक विधि के पद पर कार्यरत हैं. माता एकता शर्मा ग्रहणी और छोटा भाई शिवम दिल्ली में ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा है. उन्होंने कोराना काल में घर पर रहकर ही पढ़ाई की है. फाइबर लॉ कोलकाता से फ्लाइट से ट्वेल्थ के साथ ही क्लियर किया ऑल इंडिया में 200 रैंक आई थी. उन्होंने वेस्ट बंगाल के एंड यू एस यूनिवर्सिटी से 2021 में डिग्री पूरी की है.

Tags: Dausa news, Rajasthan news

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