[ad_1]
दौसा. लम्पी बीमारी जब से शुरू हुई है तब से ही पशुपालकों की चिंता बढ़ी हुई है. यह बीमारी अधिकतर गोवंश में ही देखने को मिल रही है. राजस्थान में भी बीमारी अब तेजी से पैरा पसार रही है. झुंझुनूं, करौली, जोधपुर समेत कई जिलों में गोवंश में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. दौसा जिले में अब तक 1028 पशु लम्पी बीमारी से संक्रमित पाए गए हैं, जिसमें से 94 पशुओं की बीमारी ठीक की जा चुकी है और 36 पशुओं की दौसा जिले में लम्बी बीमारी के कारण मौत हो चुकी है. बीते 22 अगस्त को इस बीमारी से 6 गोवंश की मौत हो चुकी है.
दौशा में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेश्क डाॅ. प्रहलाद सिंह मीना ने बताया कि लम्पी स्किन डिजीज गोवंश में वायरस से होने वाला रोग है, जो मुख्य रूप से मच्छर, मक्खियों , चिचडों और जुओं द्वारा फैलता हैं. उन्होंने बताया कि रोगी पशु के आंख, नाक से पानी एवं बुखार आना, पशु की चमड़ी पर कठोर गांठे बन जाती है, इसीलिए इसे लम्पी रोग ( गांठदार त्वचा रोग ) कहते हैं. संक्रमित मादा पशुओं में गर्भपात की संभावना रहती है, इसका वायरस श्वसन तंत्र पर भी प्रभाव डाल सकता हैं.
ये भी है लक्षण
लम्पी रोग का संक्रमण बढ़ने पर नाक एवं मुंह से मंवादयुक्त स्त्राव स्त्रावित हो सकता है और कभी – कभी रोग से पशुओं की मृत्यु भी हो जाती है. हालांकि इस रोग में मृत्युदर अत्यंत कम होती है. उन्होंने बताया कि रोग का फैलाव होने का मुख्य कारण स्वस्थ पशु का रोगी के सम्पर्क में आना, रोगी पशु के सम्पर्क में आने वाले व्यक्ति भी दूसरे पशुओं में रोग फैला सकते है. दूषित जल एवं आहर , रोगी पशु के मुंह, आंख एवं नाक से होने वाल स्त्राव, रोगी पशुओं के गांठ की सुखी पपड़ी एवं पशुओं के उपचार में काम आने वाले उपकरण व पशुशाला में आने वाले वाहन आदि से होता है.
एक पशु से पशु में नहीं जाती यह बीमारी
सिकराय पशु चिकित्सा प्रभारी हीरालाल ने बताया कि यह बीमारी एक पशु से दूसरे पशु में नहीं जाती. यह बीमारी मुख्य रूप से मच्छर मक्खी चिचड़े या युवाओं के माध्यम से फैलती है और यह अभी तक गोवंश में ही पाई जा रही है, अन्य पशुओं में नहीं है. लगातार प्रशासनिक अधिकारी भी सहयोग कर रहे हैं. गोवंश में फैल रही लम्पी बीमारी को लेकर जिले का प्रशासन भी मुस्तैद है और लगातार गौशालाओं में अधिकारी पहुंचकर निरीक्षण भी कर रहे हैं. निरीक्षण में निर्देशित किया जा रहा है कि गोशाला संचालकों को और इस दौरान अगर किसी बीमारी के लक्षण में दिखाई देते हैं तो उसे लेकर तत्काल पशु विभाग को जानकारी दें.
रोग का बचाव
रोग से बचाव के लिए पशु शाला एवं आस- पास के स्थानों पर साफ -सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए एवं पानी का भराव नही होने देना चाहिए. ठहरे हुए पानी पर लाल दवा का छिडकाव करना चाहिए. उचित कीटनाशकाें का उपयोग करके मच्छर, मक्खियों, चिंचुओं का प्रभावी नियंत्रण करें, नियमित रूप से कीट विकर्षक दवाईयों का प्रयोग अथवा नीम की पत्तियों को जलाकर धुंवा कर कीट संचरण कम किया जाना चाहिए. समय – समय पर पशु के रहने के स्थान को 2-3 प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइड से विः संक्रमित किया जाना चाहिए. समय – समय पर पशुआवास की दीवारों की दरारों में चूना भर दे जिससे मक्खी, मच्छर दूर तथा नये आने वाले पशुओं को कम से कम 15 दिन अन्य पशुओं से अलग रखना चाहिए एवं उनकी जांच करवानी चाहिए तथा परिसर में आने वाले वाहनों एवं उपकरणों को पूर्णतया निःसंक्रमित करना चाहिए.
रोग के लक्षण दिखाई देने पर
पशुओं के रोग ग्रस्त होने पर सर्वप्रथम उसे अन्य पशुओं से दूर एवं अलग बांधकर रखे एवं बाहर ना जाने दें. निकटतम पशु चिकित्सालय से संपर्क करें एवं पशु चिकित्सक के परामर्श अनुसार उपचार एवं अन्य स्वस्थ पशुओं का बचाव करना चाहिए. प्रभावित क्षेत्र से पशुओं के आवागमन को रोकना चाहिए तथा रोगी पशु का चारा, पानी, दुग्ध दोहन एवं उपचार स्वस्थ पशुओं से अलग होना चाहिए. उन्होंने बताया कि रोगी पशु का दुध उबालकर ही काम लेना चाहिए. रोगी पशु के सम्पर्क में आने के पश्चात हाथों को सैनिटाईज अथवा साबून से अच्छी तरह साफ करें एवं पशु परिसर से आने वाले वाहनों एवं उपकरणों को पूर्णतया विसंक्रमित करना चाहिए तथा टीकाकरण का राज्य सरकार के निर्देशानुसार लगवाना चाहिए.
जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष
डॉक्टर प्रह्लाद सिंह मीणा ने बताया कि पशुओं के रोग ग्रस्त होने पर इससे संबंधित अधिक जानकारी एवं सूचना के लिये जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। जिसके दूरभाष नम्बर 01427230923 एवं मोबाइल नम्बर 9414346033 है. उन्होंने बताया कि यह नियंत्रण कक्ष प्रातः 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक संचालित होगा.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Dausa news, Lumpy Skin Disease, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : August 24, 2022, 10:50 IST
[ad_2]
Source link