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भारत-पाक सीमा पर एक अनोखी ‘जेल’, सलाखों के पीछे मिलता है लजीज व्यंजन, बैरक में ‘कैदी’ लेते हैं सेल्फी

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मनमोहन सेजू/बाड़मेर. भारत-पाकिस्तान की सीमा पर बसे राजस्थान के सरहदी बाड़मेर जिले में एक जेल ऐसी भी है, जहां हर कोई जाना चाहता है. वजह जानकार आप भी हैरत में पड़ जाएंगे. बाड़मेर शहर का जेल वाइब्स कैफे है, जहां कैफे को जेल की तरह बनाया गया है. कैफ़े में कुछ स्लोगन भी लिखे हुए हैं तो यहां के कमरों को बैरक की तरह बनाया गया है. इस कैफ़े में आने वाले लोग न केवल इसका जमकर लुत्फ उठा रहे हैं बल्कि अपने हाथों में लगी हथकड़ी के साथ सेल्फी और खुद को जेल में बंद करवाकर फोटो भी खिचवा रहे हैं.

दरअसल जेल जाने के ख्याल भर से रूह कांपने लगती है, लेकिन कैसा हो अगर आप ऐसी जेल में जाएं, जिसकी बैरक में आपको मजा आए और मनपसंद खाने को मिले. साथ ही बैरक में कैद होकर फ़ोटो भी खिंचवाए. ग्राहक यहां हाथ में हथकड़ी पहनकर लजीज खानों का आनंद लेते हैं. पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक जेल ऐसी भी है जहां लोग खुशी-खुशी से जाना पसंद कर रहे हैं. चौकिए मत! हम बाड़मेर के जिला कारागृह की बात नहीं कर रहा है. बल्कि बाड़मेर शहर के नेहरू नगर स्थित जेल वाइब्स कैफ़े को इस तरह बनाया गया है कि जैसे जेल हो. इस जेल में लोग अपनी मर्जी से जा रहे हैं और सलाखों के पीछे कैद होकर भी खुश नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं यहां पर उनको उनका मनपसंद और लजीज व्‍यंजन भी खाने को मिल रहा है.

दिल्ली घूमने के दौरान मिला आइडिया
दरअसल बाड़मेर शहर निवासी गिरीश अपने दोस्तों के साथ दिल्ली घूमने गया था इसी दौरान उन्होंने जेल थीम आधारित कैफ़े में जाकर मनपसन्द व्यजनों का लुप्त उठाया और बाड़मेर जिले में ऐसी अनोखी जेल खोलने का निर्णय लिया है. यहां आने वाले ग्राहल यशपाल सिंह व दलपतसिंह भियाड़ बताते है कि इस जेल को इस तरह बनाया गया है कि मानो जेल में चले गए हो. कैफ़े में बैरक,हथकड़ी,कैदी देखकर हैरत में पड़ गए लेकिन यहां बैठकर मनपसंद व्यजनों का आनंद लेने में बहुत ही मजा आता है. इसके साथ ही यहां बैठकर फ़ोटो खिंचवाने में भी आकर्षक लुक दिया गया है.

बाड़मेर शहर के नेहरू नगर स्थित जेल वाइब्स कैफ़े को पूरी तरह से जेल की बनाया गया है। कैफ़े में 2 बैरक,हथकड़ी,विभिन्न धाराएं भी लिखी हुई है. यहां न केवल कॉफी की कई वैरायटीज उपलब्ध हैं बल्कि चाइनीज, पिज्जा, पास्ता, सैंडविच, बर्गर भी सामान्य खर्च पर परोसे जाते हैं. कैफ़े मालिक गिरीश बताते है कि वह अपने दोस्तों के साथ दिल्ली गया था उसी दरमियान जेल थीम पर कैफ़े देखा. जिसके बाद बाड़मेर में आकर लोगो को अलग अहसास महसूस हो इसके लिए जेल कैफ़े खोला गया है.

Tags: Barmer news, Rajasthan news

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