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इंदौर. इंदौर के परदेशीपुरा थाने में पदस्थ महिला प्रधान आरक्षक अनीता सिंह को 2 हजार रुपये रिश्वत लेते लोकायुक्त ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया. प्रधान आरक्षक ने मामूली धाराओं में दर्ज केस में जमानत देने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी. महिला पुलिसकर्मी ने दावा किया था कि उसे यह पैसा पांच जगहों पर बांटना पड़ेगा. उसने कुछ अन्य पुलिस कर्मियों के भी नाम बताये थे जिन्हें यह पैसा दिया जाना था. महिला पुलिसकर्मी शिकायतकर्ता महिला से पहली किश्त में 15 सौ रुपये ले चुकी थी. दूसरी किश्त लेते वक़्त लोकायुक्त की टीम ने उसे पकड़ लिया. थाना परिसर में ही उसने रिश्वत लेकर अपनी शर्ट की जेब में रख ली.
बेहतर पुलिसिंग का फायदा आम जनता को मिल सके, कानून व्यवस्था बनी रहे, आम जनता को पुलिसिया जुर्म का सामना नहीं करना पड़े. इसको लेकर पुलिस के बड़े अफसर समेत सुप्रीम कोर्ट समय समय पर आदेश पारित करते रहते है, लेकिन पुलिस तो पुलिस ही ठहरी. वह आम जनता को परेशान कर भृष्टाचार कर कमाई का जरिया खोज ही लेती है.
महिला ने दर्ज कराया था केस
परदेशीपुरा थाना पुलिस ने बीते दिनों एक महिला की फरियाद पर उसकी ही देवरानी प्रियंका शुक्ला पर मारपीट का केस दर्ज किया था. सामान्य धाराओं में दर्ज केस में महिला अरोपिया को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक़ थाने से ही छोड़ना था, लेकिन बाबजूद इसके महिला प्रधान आरक्षक अनीता सिंह उसे परेशान करने लगी और थाने से छोड़ने के नाम पर पांच हजार रूपये की रिश्वत की मांग की. महिला पुलिस कर्मी ने पांच हजार रुपये की मांग की, लेकिन 3500 रुपये में यह बात तय हो गई. महिला पुलिस कर्मी अनीता ने 1500 रुपये लेकर महिला को जमानत पर छोड़ दिया, लेकिन अगली किश्त 2 हजार रुपये जल्द देने का भी वादा कर दिया.
रिश्वतखोरी की शिकायत महिला ने लोकायुक्त के बड़े अफसरों से की, जिस पर से फरियादी और महिला प्रधान आरक्षक के बीच बातचीत कराई गई. लोकायुक्त ने दोनों के बीच हुई बातचीत के अंश रिकॉर्ड कर लिए और ट्रेप दल का गठन किया. अनीता सिंह ने महिला प्रियंका शुक्ला को दोपहर लगभग चार बजे रिश्वत देने थाने बुलाया और रिश्वत की राशि लेकर अपनी पुलिस की उस वर्दी की जेब में रख ली. रिश्वत लेते ही लोकायुक्त दल ने महिला को थाना परिसर से ही पकड़ लिया और उसकी वर्दी की वह शर्ट भी जब्त कर ली जिसमे उसने रिश्वत की राशि रखी थी.
महिला पुलिसकर्मी को मिलती है 6 हजार रुपये सैलरी
जिस महिला फरियादी की शिकायत पर लोकायुक्त ने कार्रवाई की तब पता चला कि उसका मासिक वेतन महज 6 हजार रुपये है. उसके पति लम्बे समय से बीमार है. किडनी की बीमारी होने के बाद उनकी एक किडनी निकाल दी गई थी. एक किडनी होने की वजह से वह अधिक काम नहीं कर सकते और बीमार ही रहते है. महिला किसी तरह परिवार का पालन पोषण कर रही है. पारिवारिक विवाद में महिला पर उसकी जेठानी ने ही केस दर्ज करवाया था. महिला ने बताया कि उसकी पिटाई हुई थी. फिर भी उसकी सुनवाई नहीं हुई, बल्कि उसके खिलाफ ही केस दर्ज कर लिया गया. इसकी शिकायत करने जब वह थाना प्रभारी से मिलने पहुंची तो उन्होंने भी सुनवाई करने के बजाय अनर्गल बात करते हुए रवाना कर दिया. जांचकर्ता महिला प्रधान आरक्षक अनीता सिंह से ही सम्पर्क करने को कह दिया इसके बाद महिला प्रधान आरक्षक ने रिश्वत की मांग शुरु कर दी और 6 हजार रुपये कमाने वाली महिला से पांच हजार रूपये रिश्वत मांग कर बैठी.
डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल के मुताबिक़ परदेशीपुरा थाने में पदस्थ महिला प्रधान आरक्षक अनीता सिंह को रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तार किया है. उस पर कार्रवाई की जा रही है. लोकायुक्त विभाग के द्वारा जल्द ही पुलिस विभाग को पत्र लिखकर विभागीय कार्रवाई के लिए सूचित किया जाएगा.
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Tags: Indore news, Mp news
FIRST PUBLISHED : August 25, 2022, 19:19 IST
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