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सीएम शिवराज सिंह ने नवनियुक्त शिक्षकों को झुककर किया प्रणाम, बोले- आप को तैयार करना है देश का भविष्य

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भोपाल. राजधानी भोपाल के भेल दशहरा मैदान पर रविवार को प्रदेश भर के 15 हज़ार नवनियुक्त शिक्षक पहुंचे. जहां पर उनका प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी शिक्षकों को संबोधित किया. साथ ही स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार और अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री मीना सिंह भी मौजूद रहीं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नई शिक्षा नीति पर बात की साथ ही अपने छात्र जीवन के अनुभव साझा किए.

सीएम बोले शिक्षकों का सम्मान हमारी प्राथमिकता
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं शिक्षकों के सम्मान में कोई कमी नहीं आने दूंगा और इसके लिए हमारी सरकार कटिबद्ध रहेगी. सीएम ने कहा कि आप सब मेरे भांजे भांजियों के गुरु हैं, गुरुओं का सम्मान बेहद जरूरी है. सीएम ने अपने भाषण की शुरुआत से पहले शिक्षकों को मंच से झुककर प्रणाम भी किया. उन्होंने कहा में अपने स्कूल के समय में शिक्षकों के पैर छू कर प्रणाम करता था और आज आपको प्रणाम कर रहा हूं. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोगों ने सवाल उठाए कि इनको बुला कर क्या करोगे, इनके लिए पंडाल क्यों लगाया. मैंने शिक्षकों को प्रणाम करने बुलाया है उनसे बात करने बुलाया है जो भारत का भविष्य गढ़ेंगे.


शिक्षक नौकर नहीं निर्माता है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक नौकर नहीं निर्माता है. स्कूली शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, मैं जैत और भोपाल के सरकारी स्कूलों में पढ़ा हूं. सीएम ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मैं धीरे-धीरे पढ़ता था. मेरे गुरु ने मुझे ठीक उच्चारण करना और पढ़ना सिखाया. मैं जो भी हूं अपने गुरु रतन चंद जैन के कारण ही बन पाया हूं. साथ ही शिक्षकों को सलाह देते हुए सीएम ने कहा कि 10 से 5 की नौकरी समझकर काम ना करें भारत का भाग्य गढ़ने का सौभाग्य मिला है इस भावना से काम करें. इससे बड़ा कोई और काम नहीं है , कभी मौका मिला तो में भी पढ़ाने आऊंगा.


नई शिक्षा नीति को लेकर की पीएम की तारीफ
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने उद्बोधन में नई शिक्षा नीति पर बात करते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य ज्ञान , कौशल के साथ नागरिकता के संस्कार देना भी है. देश में नई शिक्षा नीति पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तैयार हुई है. इसमें हम अच्छा काम करेंगे. साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बच्चों को अगर उनकी भाषा में पढ़ाया जाए तो बेहतर होगा. अंग्रेजी के भूत से कई बच्चों को परेशानी होती है. मैं कई देशों में जाता हूं और धड़ल्ले से हिंदी बोलता हूं, हम हिंदी मीडियम में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी कराएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें अंग्रेजी या अन्य कोई भाषा से भी परेशानी नहीं है.

सीएम शिवराज ने दिए शिक्षकों को टिप्स
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिक्षकों को टिप्स देते हुए कहा कि बच्चों को नए नए तरीके से पढ़ाना शुरू करें. खुद को अपडेट रखना बहुत ज्यादा जरूरी है. जमाने के साथ आगे बढ़ना भी महत्वपूर्ण है. बच्चों की कॉपी जरूर चेक करें. पालकों से संवाद लगातार बनाकर रखें. गुरु को देखकर ही लोग सीखते हैं. खुद ही देर से स्कूल जाएं और बच्चे से कहा कि समय का पालन करें तो कोई आपकी बात क्यों मानेगा.

Tags: Bhopal news, Madhya pradesh news

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