42 साल बाद भी दिलों में धड़कते हैं मुहम्मद रफी, भोपाल के मंसूर के पास है गायक की यादों का अनमोल खजाना
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भोपाल. तुम मुझे यूं भुला न पाओगे… रफी साहब के गीत की ये लाइन शायद सबसे ज्यादा उन पर ही सटीक बैठती है. हम रफी साहब को कभी नहीं भुला सकते. आज भले ही उन्हें दुनिया को अलविदा कहे 42 साल हो गए हैं, लेकिन उनके चाहने वालों की दुनिया मे कोई कमी नहीं है. भोपाल के मंसूर फारूकी बीते 37 साल से रफी साहब के गानों-गज़लों के कलेक्शन को संजो रहे हैं. इसके साथ ही उनसे जुड़ी यादों का बड़ा खजाना फारूकी साहब के पास है.
30 भाषा में गए हुए 5 हज़ार गानों का कलेक्शन
आज मोहम्मद रफी साहब की पुण्यतिथि है. रफी साहब के जबरा फैन मनसूर फारूकी के म्यूजियम में रफी साहब के 30 भाषा में गाए हुए 5 हज़ार से ज्यादा गानों का कलेक्शन है. जिनमें सीडी, कैसेट, वीसीआर भी शामिल हैं. इतना ही नहीं मंसूर फारूकी ने रफी साहब की गीत गजलों की किताबों, मैगजीन्स को भी संग्रहित करके रखा हुआ है. इसके साथ ही उनकी ढेर सारी पेंटिंग्स भी हैं. मंसूर फारूकी के कलेक्शन में मोहम्मद रफी के वह गीत और गजल भी हैं जो रिलीज नहीं हुए.
मोहम्मद रफी के गाने आम आदमी के दिल को छू जाते थे इसलिए वह आम लोगों के बीच खासे चाहते थे. उनके फैन मनसूर फारुकी पेशे से इलेक्ट्रीशियन हैं लेकिन रफी साहब के लिए दीवानगी ऐसी है कि उनका एक गाना जो विदेशी भाषा में था उसे 4 हज़ार रुपये देकर खरीदा था. रफी साहब ने हजारों गीत गाए जो अलग-अलग भाषाओं में थे. रफी साहब के सात विदेशी भाषा में गाए हुए गीत भी मनसूर फारूकी के कलेक्शन में मौजूद हैं.
ऐसी दीवानगी की बेटे का नाम रख दिया रफी
मनसूर फारुकी मोहम्मद रफी के कितने बड़े फैन है इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपने बेटे का नाम ही मोहम्मद रफी रख दिया. घर का नाम रफी मेंशन कर दिया. मंसूर फारूकी कहते हैं कि रफी साहब आम आदमी के गायक थे उन्होंने देश भक्ति के भी कई गीत गाये हैं. उन्हें सरकार की ओर से भारत रत्न दिया जाना चाहिए.
रफी साहब के हस्ताक्षर भी हैं कलेक्शन में
मंसूर फारूकी के पास मोहम्मद रफी साहब के हस्ताक्षर के साथ ही भारत के लीजेंडरी गायकों के सम्मान में भारत सरकार की ओर से जारी की गई डाक टिकट का कलेक्शन भी मौजूद हैं. हर साल मोहम्मद रफी साहब की पुण्यतिथि पर मंसूर फारूकी और उनकी समिति उनकी याद में गीत और गजलों का कार्यक्रम भी करती है.
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Tags: Bhopal news, Madhya pradesh news
FIRST PUBLISHED : July 31, 2022, 21:03 IST
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