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हाइलाइट्स
पीड़िता अंजलि मीणा बूंदी जिले के नैंनवा के बाक्या गांव की रहने वाली है
डॉक्टर्स की टीम ने पीड़िता के लिये पांच यूनिट रक्त की आवश्यकता जताई थी
बूंदी. राजस्थान के बूंदी जिले से दिल को सुकून देने वाली खबर आई है. यहां जिला कलेक्टर रविन्द्र गोस्वामी (Collector Ravindra Goswami) ने एक पीड़ित महिला के प्रति मानवता दिखाते हुये खुद रक्तदान कर उसकी जान बचाई. गरीब परिवार की बेटी की जान बचाने के लिये जिला कलेक्टर जब अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर्स हैरान रह गये. जिला कलेक्टर न केवल एक यूनिट खुद रक्तदान किया बल्कि पीड़िता के लिये चार यूनिट और ब्लड की व्यवस्था करवाई. जिला कलेक्टर के इस कदम की जिलेभर में प्रशंसा हो रही है. वहीं पीड़िता के माता-पिता जिला कलेक्टर को धन्यवाद देते हुये नहीं थक रहे हैं.
दरअसल बूंदी जिले के नैंनवा के बाक्या गांव निवासी अंजलि मीणा को मंगलवार को प्रसव पीड़ा होने के कारण परिजनों ने उसे जिला मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में भर्ती करवाया था. वहां डॉक्टर्स ने एनीमिया से पीड़ित अंजलि मीणा के लिए पांच यूनिट रक्त की आवश्यकता जताई, लेकिन जिला ब्लड बैंक में ब्लड की चल रही कमी के कारण इसकी व्यवस्था नहीं हो पाई.
कलेक्टर का दिल पसीजा और खुद पहुंच गये अस्पताल
इस पर अंजलि की मां परमा बाई और पिता ओमपकाश मीणा ने जिला कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी के पास जाकर बेटी के लिए ब्लड उपलब्ध करवाकर उसकी जान बचाने की गुहार लगाई. गरीब माता-पिता की गुहार से जिला कलेक्टर डॉ.रविन्द्र गोस्वामी का दिल पसीज गया. उन्होंने स्वयं जिला चिकित्सालय पहुंचकर पीड़िता के लिये रक्तदान किया और उसके साथ साथ चार यूनिट ब्लड की और व्यवस्था करवाई.
कलेक्टर बोले- रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं
जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी द्वारा स्वयं रक्तदान करने और ब्लड की व्यवस्था करवाये जाने से अंजलि के माता-पिता गद्गद् हो गये. वे जिला कलेक्टर को धन्यवाद देते हुये नहीं थक रहे हैं. वहीं जिला कलेक्टर के मानव सेवा के जज्बे को जिलेभर में खूब सराहा जा रहा है. रक्तदान करने के बाद जिला कलेक्टर ने कहा, ‘रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है. इसलिए रक्तदान कर उन्हें बड़ी खुशी मिल रही है कि उनका रक्त किसी के काम आया.’
नियमित रूप से रक्तदान करने से शरीर स्वस्थ रहता है
जिला कलेक्टर ने कहा कि ब्लड को बनाया नहीं जा सकता है. इसलिए हर किसी को जरुरतमंद लोगों की मदद के लिए रक्तदान करना चाहिये. इससे आत्मसंतुष्टि भी मिलती है. वहीं नियमित रूप से रक्तदान करने से शरीर भी स्वस्थ रहता है और बीमारियां भी दूर होती हैं. हर व्यक्ति को एक वर्ष में कम से कम तीन बार रक्तदान करना चाहिए. इससे मानव सेवा के साथ-साथ आप अपने शरीर को भी स्वस्थ्य रख सकते हैं.
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Tags: Blood Donation, Bundi, Good news, Positive Story, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : September 07, 2022, 09:45 IST
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