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JNVU जोधपुर में एसएफआई के अरविंद सिंह भाटी ने फहराया परचम, पढ़ें जीत की इनसाइड स्टोरी

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रंजन दवे. जोधपुर. छात्र संघ चुनाव में जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में एसएफआई ने एक बार जीत का सेहरा बांधा है. मुख्यमंत्री के पुत्र वैभव गहलोत के चुनाव प्रचार में पहुंचने के बाद भी एनएसयूआई अध्यक्ष पद पर जीत का स्वाद नहीं चख पाई. जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में अध्यक्ष पद पर एसएफआई के उम्मीदवार अरविंद सिंह भाटी ने 905 मतों से जीत दर्ज की है. उन्होंने एनएसयूआई के हरेंद्र चौधरी को हराया. दोनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रोफेसर संगीता लुक्कड़ ने जीत के बाद विजय प्रत्याशियों को शपथ दिलाई और प्रमाण पत्र जारी किए. जोधपुर के जेएनवी विश्वविद्यालय का चुनाव प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जा रहा था. यहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहा है. एनएसयूआई प्रत्याशी के पक्ष में मुख्यमंत्री के पुत्र और जोधपुर से लोकसभा के प्रत्याशी रहे वैभव गहलोत ने भी हिस्सा लिया था. उन्होंने जोधपुर में अलग-अलग क्षेत्रों में बैठकें की थीं और शहर के पार्षदों को इस संबंध में जुटने को भी कहा था. जिसके बाद जोधपुर के कांग्रेस के पार्षद गली-गली में वोट के लिए भी घूमे थे.

लेकिन छात्रों को वह रिझा नहीं पाए. इधर अरविंद सिंह ने भी मतदान के बाद में पत्रकार वार्ता कर कई गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद मतगणना पर भी बड़ी सख्ती के साथ काउंटिंग हुई थी. जिसके बाद परिणामों में 905 वोटों के अंतर के साथ अरविंद सिंह भाटी को विजयी घोषित किया गया. अरविंद ने भी जीतने के बाद कहा कि अगर मतदान में धांधली नहीं होती तो यह अंतर और बड़ा होता.

गहलोत के गढ़ में एनएसयूआई की हार के मायने
गहलोत के गढ़ में एनएसयूआई की हार के कई मायने निकाले जा रहे हैं. वैभव गहलोत का लोकसभा का चुनाव लड़ने के बाद छात्र संघ चुनाव में रुचि दिखाना और उसे प्रतिष्ठा से जोड़कर प्रदर्शित करना, कांग्रेस पार्षदों का प्रचार करना, उसके बावजूद जीत का स्वाद नहीं चखना, आने वाले चुनावों के समय के लिए बड़े सवाल खड़े करता है. वैभव गहलोत के बेहद करीबी जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुनील चौधरी के भी इस विश्वविद्यालय में चुनाव से जुड़े कई वीडियो वायरल हुए थे.

जिसमें की प्रशासन के द्वारा उन्हें दो-तीन बार टोकते हुए बाहर निकालने के लिए भी देखा गया. इसके अलावा पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी के द्वारा प्रशासन और पुलिस पर भी परिणाम को प्रभावित करने के गंभीर आरोप पत्रकार वार्ता में लगाए गए थे. मतदान के बाद और मतगणना से पहले की रात वह 2 से 3 घंटे तक धरना स्वरूप मतगणना स्थल में बैठे थे.

इधर अपनी जीत के बाद अरविंद सिंह भाटी ने सभी छात्रों का आभार व्यक्त किया है. वहीं हरेंद्र चौधरी ने भी सभी छात्रों को आभार व्यक्त करते हुए विजय प्रत्याशियों को जीत की बधाई दी है. अरविंद सिंह ने यह भी कहा कि यदि मतदान में धांधली नहीं होती तो उनकी जीत का अंतर और अधिक होता.

Tags: Jaipur news, Rajasthan news

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