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रीवा. मध्यप्रदेश के रीवा जिले के जवा तहसील क्षेत्र अंतर्गत रामबाग में स्थित एक निजी नर्सिंग होम की लापरवाही के चलते बुधवार को गर्भवती महिला की प्रसव के बाद मौत हो गई. इसके बाद महिला की मौत को लेकर परिजनों ने मुख्य मार्ग में जाम लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया. तब मौके पर पहुंची पुलिस प्रशासन ने जांच किया तो पाया कि नर्सिंग होम में मेडिकल से जुड़े हुए दस्तावेज नहीं मिले.निजी नर्सिंग होम फर्जी निकला जिसकी वजह से तुरंत ही स्वास्थ्य महकमे के द्वारा उसे सील कर दिया गया. दरअसल प्रसव पीड़ा के बाद रैकवार गांव की रहने वाली गर्भवती महिला अर्चना तिवारी को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
जहां पर प्रसव के तुरंत बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई. डॉक्टरों ने इलाज करने से इंकार कर दिया जिस पर महिला के परिजन इलाज के लिए उसे उत्तर प्रदेश के प्रयागराज लेकर गए जहां पर अस्पताल पहुंचने के पहले ही उसकी मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने शव लाकर रामबाग में स्थित निजी अस्पताल के सामने मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. घंटों हंगामे के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अमले कि समझाइश के बाद मामला शांत हुआ.
लापरवाही के चलते हुई महिला की मौत
बताया जा रहा है कि जिस निजी नर्सिंग होम में इलाज में लापरवाही के कारण महिला की मौत हुई है. उसमें परिजनों के द्वारा हंगामा किए जाने के बाद स्वास्थ्य महकमे की टीम ने जांच की तो पाया गया कि निजी नर्सिंग होम में मेडिकल से जुड़े किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं प्राप्त हुए. वह पूरी तरह से फर्जी निकला.
जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तुरंत ही निजी नर्सिंग होम को सील कर दिया. आपको बता दें रीवा जिले में इस तरह की कई नर्सिंग होम लगातार लंबे समय से संचालित हैं. जिसमें प्रशासनिक विभाग का भी संरक्षण रहता है. जिसकी वजह से वह खुलेआम नियमों को दरकिनार करके झोलाछाप डॉक्टरों की उपस्थिति में लोगों का इलाज करते हैं.
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Tags: Madhya pradesh news, Rewa News
FIRST PUBLISHED : August 31, 2022, 19:56 IST
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