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MP: यूरिया पर मचा बवाल, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सुबह-सुबह बुलाई इमरजेंसी मीटिंग

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भोपाल. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यूरिया गायब होने के मामले में बड़ा एक्शन लिया है. उन्होंने गड़बड़ी करने वालों पर एफआईआर करने और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार सुबह 7 बजे सीएम हाउस में अफसरों की आपात बैठक बुलाई. इसमें प्रमुख सचिव कृषि, प्रमुख सचिव सहकारिता, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, एमडी मार्कफेड सहित जबलपुर संभाग के कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर और एसपी को बुलाया गया. मुख्यमंत्री ने जबलपुर संभाग में यूरिया वितरण में मिली शिकायतों पर अफसरों से फीडबैक लिया.

मुख्यमंत्री ने यूरिया वितरण में हुई गड़बड़ी के मामले में तत्काल एक्शन लेने के निर्देश दिए. उनके निर्देश पर जबलपुर कमिश्नर ने बताया कि खाद डाइवर्ट करने पर फर्टिलाइजर मूवमेंट कंट्रोल ऑर्डर का वायलेशन हुआ है और 3a, 3b, 3c की धाराओं के तहत आज कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री चौहान ने अफसरों को सख्त लहजे में कहा कि किसानों को खाद से वंचित करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा. जिस समय खाद की जरूरत है उस समय ऐसा होना एक गंभीर अपराध है. मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा. इसके साथ-साथ उन्होंने अफसरों को पूरे प्रदेश में कहीं भी किसानों को खाद की दिक्कत नहीं आने के लिए कदम उठाने के भी निर्देश दिए.

कंपनियां रखें पैनी नजर- सीएम
मुख्यमंत्री ने जबलपुर पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए कि खाद वितरण में लगी कंपनियों को समझाने से काम नहीं चलेगा. दोषियों के खिलाफ एक्शन लेना होगा और इसकी जानकारी सीएमओ को देनी होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार से समन्वय कर राज्य के लिए पर्याप्त आवंटन सुनिश्चित किया गया है. किसान तक खाद की आपूर्ति पर अफसरों को अब नजर रखना होगी. किसान को खाद की कमी नहीं होने दी जाएगी.

अफसरों के फूले हाथ-पैर
मुख्यमंत्री ने जैसे ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जबलपुर के अफसरों की तरफ देखते हुए पूछा कि यूरिया वितरण में हुई गड़बड़ी के मामले पर कौन जवाब देगा, तो उनकी सांसें फूल गईं. जबलपुर कमिश्नर ने यूरिया वितरण को लेकर हुई गड़बड़ी पर पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री के सामने रखी. जबलपुर कमिश्नर ने मुख्यमंत्री को बताया कि यूरिया खाद के आवंटन की जिम्मेदारी कृभको के पास थी. यूरिया निजी परिवहन के जरिये जिलों में भेजा जाता है. लेकिन, समितियों के पास पहुंचने की बजाय यूरिया निजी स्थानों पर सप्लाई हो गया. परिवहन कंपनी ने निर्धारित स्थानों पर आपूर्ति कम की और कुछ स्थानों पर तो बिल्कुल नहीं की.

1000 में से गायब हुआ 890 टन यूरिया
दरअसल अगस्त के आखिरी में करीब 1000 टन यूरिया सिवनी, मंडला, डिंडोरी और दमोह की सहकारी समितियों में जाना था, लेकिन 890 टन यूरिया बीच में ही गायब हो गया. इसकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपये बताई गई है. इस खबर के बाहर आने के बाद हड़कंप मच गया था.

Tags: Bhopal news, Mp news

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