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हाइलाइट्स
बाड़मेर के महिला पीजी महाविद्यालय का मामला
मतगणना में बड़ी संख्या में रद्द हुये थे छात्राओं के मत
बाड़मेर. राजस्थान में हाल ही में संपन्न हुए छात्रसंघ चुनावों के बाद हैरान कर देने वाला एक मामला सामने आया है. बाड़मेर के राजकीय पीजी महिला महाविद्यालय में पड़े कुल मतों में से करीब 15 प्रतिशत मत खारिज हो गये थे. कॉलेज की छात्राओं की ओर से दिये गये वोटों में से हर आठवां वोट खारिज हो गया. कॉलेज में कुल 769 वोट पड़े थे. यहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का पूरा पैनल जीता था. एनएसयूआई का पूरा पैनल हार गया था. चुनाव के बाद अब एनएसयूआई ने मतगणना में धांधली का आरोप लगाते हुये पूरे मामले की जांच की मांग की है. जिला कलेक्टर को की गई शिकायत के बाद अब बाड़मेर एसडीएम पूरे मामले की जांच में जुटे हैं. वहीं एबीवीपी ने आरोप लगाया है कि सरकार के दबाव में जीते हुये पैनल को परेशान करने कोशिश की जा रही है.
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित राजकीय पीजी महिला महाविद्यालय में भी बीते 26 अगस्त को प्रदेशभर में हुये छात्रसंघ चुनावों के दौरान मतदान हुआ था. कॉलेज के कुल मतदाताओं में से 767 छात्राओं ने वोट डाले थे. हैरानी की बात है कि कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं के बड़ी संख्या में वोट निरस्त हो गये थे. पदवार देखें तो इनमें से अध्यक्ष पर के लिये कुल 96, उपाध्यक्ष पद के लिये 101, महासचिव पद के लिये 103 और संयुक्त सचिव के पद के डाले लिये कुल मतों में से 101 मत खारिज हो गये. इस तरह सभी पदों पर खारिज मतों का जोड़ किया जाये तो यहे कुल 428 मत खारिज हुये.
चुनाव अधिकारी बोले आरोप निराधार
मतगणना के दौरान खारिज हुए मतों पर उठ रहे सवाल पर चुनाव अधिकारी मुकेश पंचोरी का कहना है कि किसी तरह की कोई धांधली नहीं हुई है. हमारे लिए दोनों पक्ष एक समान हैं. आरोप निराधार हैं. हम किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं. मतगणना स्थल पर बीस लोग मौजूद थे. पूरी मतगणना की वीडियोग्राफी कराई हुई है. हम हमारे बच्चों के बीच में फर्क करने से पहले मरना पसंद करेंगे, लेकिन इस तरह की हरकत नहीं कर सकते.
एबीवीपी बोली चुप नहीं बैठेंगे
वहीं चुनाव जीतने वाली अध्यक्ष स्वाति चारण का कहना है कि मतगणना निष्पक्ष तरीके से हुई है. सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए यह खेल खेला जा रहा है. जिला प्रशासन सरकार के दबाव में आकर षडयंत्र के तहत कॉलेज प्रशासन को बदनाम कर रहा. जीतने वाले पदाधिकारियों को परेशान किया जा रहा है. अगर सरकार के दबाव में प्रशासन ने अगर कुछ किया तो हम चुप नहीं बैठेंगे.
कलेक्टर बोले शिकायत के आधार सौंपी गई है जांच
जिला कलेक्टर लोकबंधु यादव का कहना है कि महिला महाविद्यालय के चुनाव को लेकर शिकायत मिली थी. उसको हमने कॉलेज आयुक्तालय को भेजा था. वहां से प्रशासनिक जांच के आदेश आए हैं. इस पर उपखंड अधिकारी को जांच सौंपी गई है, उन्हें जो भी उचित लगेगा वह करेंगे. जांच रिपोर्ट को आयुक्तालय भेजा जाएगा. उनके दिशा-निर्देश के आधार पर निर्णय लिया जाएगा.
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Tags: Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad (ABVP), Barmer news, Nsui, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : September 01, 2022, 12:41 IST
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