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भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मध्य प्रदेश में बाढ़ के हालात की समीक्षा की. नर्मदापुरम में उन्होंने आला अफसरों के साथ बैठक कर उन्हें जरूरी निर्देश दिए. उन्होंने बाढ़ प्रभावित सभी जिलों में प्रशासन को अलर्ट रहने के लिए कहा. बैठक में एसीएस राजेश राजौरा ने प्रदेश में वर्तमान और आगामी दिनों में बारिश की स्थिति और एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित सुरक्षा बलों की स्थिति के बारे में जानकारी दी. एसीएस एस एन मिश्रा ने ने बताया कि प्रदेश के बांधों में अभी जलस्तर और वहां से छोड़े जा रहे पानी की क्या स्थिति है.
आज हुई बैठक में बताया गया कि अभी नर्मदापुरम और भोपाल संभाग में बारिश की आशंका नहीं है. हालांकि बंगाल की खाड़ी में बन रहे नए कम दबाव के क्षेत्र के कारण पूर्वी और मध्य मध्यप्रदेश में 19 से 23 अगस्त को बारिश का एक दौर और आएगा. वहां भारी बारिश हो सकती है. ऐसे इलाकों में सचेत रहने के लिए सीएम ने कहा.
संकट के समय सोते न रहें
सीएम ने कहा मैं सभी से कहता हूं कि सभी छोटे-बड़े डैम को चैक करा लें. बांधों की मॉनिटरिंग रोज करें. हर बांध की जानकारी हमें रहे. कोई दिक्कत हो तो उसे तत्काल ठीक करें. प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तकनीकी जानकारी रखने वाले अधिकारी भी साथ रहें. शिवराज ने जोर देकर कहा 19 से 23 अगस्त तक भी हमारी सभी टीमें तैयार रखें. ये न हो कि जरूरत पड़ने पर बोट न मिले या बोट हो तो उसका इंजन ही चालू न हो. हमारी माइक्रो और डीटेल्ड प्लानिंग होना चाहिए. अगर संकट नहीं है तो आंख बंद करके सो रहे हैं, ऐसा नहीं चलेगा. मुझे टीम मध्यप्रदेश पर गर्व है. नर्मदा घाटी में जो स्थिति बनी है, उसे हमने अच्छे से मैनेज किया. प्रशासनिक टीम और जनप्रतिनिधियों के बीच आदर्श रूप से समन्वय हो. ताकि सभी नागरिकों को हम भरोसे में ले सकें. मध्यप्रदेश जनभागीदारी का आदर्श उदाहरण बनना चाहिए.
ये हैं बाढ़ के ताजा हालात
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा प्रदेश के सभी 52 छोटे- बड़े बांधों की मॉनिटरिंग करते रहें. 52 में से 27 बांधों के गेट खुले हैं. अभी नर्मदा और बेतवा बेसिन में काफी पानी आया है. बरगी के 21 और तवा के 13 में से 5 गेट खुले हैं. ओंकारेश्वर और इंदिरा सागर बांध के गेट खुले हुए हैं. कलियासोत, केरवा, हथाईखेड़ा से बेतवा में पानी जा रहा है. मंडीदीप में कलियासोत नदी से पानी आया है. लेकिन अब पानी कलियासोत और केरवा में पानी घट रहा है. बीना नदी में भी पानी ऊपर आ गया था लेकिन अब नीचे जा रहा है. भोपाल क्षेत्र में अभी बारिश बंद है. चंबल में डाउनस्ट्रीम में कोई अप्रिय स्थिति नहीं बनेगी, इसकी हमारी तैयारी है.
हर जिले पर एक नजर
बैठक के दौरान बाढ़ प्रभावित जिलों के कलेक्टर ने सीएम शिवराज को वहां की स्थिति के बारे में जानकारी दी. विदिशा के बारे में बताया गया कि बेतवा की सहायक नदियों का पानी कम नहीं हुआ है. जिससे 19 गांव प्रभावित हैं. 300 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया है. 3-4 घंटे में पानी कम होगा. शहर में नौलखी और रंगई में रोड पर बेतवा का पानी आ गया था. वहां 450 लोगों का रेस्क्यू किया गया जो बेतवा के किनारे पर थे. 7 में से 1 को छोड़कर सभी डैम भर गए हैं. हमारी सभी जगह टीमें तैनात हैं.
-सीहोर में नर्मदा नदी का लेवल अभी नीचे है. नर्मदा के किनारे के गांवों में मुनादी करा दी गयी है. अभी स्थिति नियंत्रण में है. बालाघाट में अभी पानी कम हुआ है. हमारे पास NDRF की टीम है. लोगों का रेस्क्यू कर सामुदायिक भवन में शिफ्ट किया गया है. खोटी गांव में भी लोगों को शिफ्ट किया है. 6 गांव संपर्क से टूटे हैं. लेकिन स्थिति सामान्य है.
– रायसेन में बारना से डिस्चार्ज बहुत कम हो गया है. अफसरों ने बताया कि बरगी के डिस्चार्ज से यदि बैकवॉटर भरता है तो पूरी तैयारी है. निचले इलाकों से तीन गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में शिफ्ट किया गया. हालात से निपटने के लिए सारे आवश्यक उपकरण उपलब्ध हैं.
-भोपाल में कलियासोत और भदभदा के गेट कम कर दिए गए हैं. कलियासोत में 6 गेट और भदभदा में 4 गेट खुले हैं. इससे पानी का बहाव अब कम होगा.
– राजगढ़ के ब्यावरा में 35 परिवारों को निकाला गया था. वहां आज फिर से 60 परिवारों को निकाला है.
– नरसिंहगढ़ में भारी बारिश हुई है. मोहनपुरा में पानी के बहाव को रेग्युलेट किया जा रहा है. नरसिंहपुर में स्थिति सामान्य हैं. बाढ़ की स्थिति कहीं नहीं है. प्रशासन वहां हालात पर लगातार नजर रखे हुए है. नर्मदा नदी का पानी खतरे के लेवल से 4 मीटर नीचे है.
-जबलपुर में नर्मदा नदी में फ्लड के कारण कोई अप्रिय स्थिति नहीं है.
सीएम की सख्त हिदायत
बैठक में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों को सख्त निर्देश दिए कि बाढ़ और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयारी पूरी रखें. सावधानी के तौर पर जहां जरूरत हो, वहां से लोगों को निकाल लें.
-प्रभावित क्षेत्रों में जिन गर्भवती महिलाओं की डिलिवरी अगले 2-4 दिनों में ड्यू है, उन्हें सबसे पहले अस्पतालों में शिफ्ट करें.
-जनप्रतिनिधियों को भरोसे में लें, इनका रोल महत्वपूर्ण है.
-रायसेन कलेक्टर ध्यान रखें कि बारना के ऊपर बरगी का पानी जाने से इफेक्ट पड़ेगा उसके लिए व्यवस्था कर लें.
-एक SDRF की टीम राजगढ़ भेजें
-साइंटिफिक डिज़ास्टर मैनेजमेंट में मध्यप्रदेश देश में उदाहरण बनना चाहिए.
-हमने 80% ही पानी के भंडारण का निर्णय किया, 20% की गुंजाइश छोड़ी है.
-बारना, तवा, कोलार का पानी व्यवस्थित रूप से छोड़ें.
-सभी जिले आगे की तैयारी करके रखें. हमारे पास पहले से सारा अंदाज हो कि कितनी मात्रा में पानी डिस्चार्ज किया जाएगा.
-मौसम के पूर्वानुमान हमेशा सटीक नहीं होते, इसलिए तैयारी रखें.
-सीएम शिवराज ने कहा जिस पर हम चर्चा कर रहे हैं उसकी जानकारी जनता तक भी जाना चाहिए ताकि वो सतर्क रहे.
-सभी विभाग आपस में तालमेल रखें जिससे मिलकर हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें.
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Tags: CM Shivraj Singh Chouhan, Madhya Pradesh floods, MP news Bhopal
FIRST PUBLISHED : August 16, 2022, 18:15 IST
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