Take a fresh look at your lifestyle.

गौशालाओं के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा, अवैध वसूली कर रहे 8 एनजीओ ब्लैक लिस्टेड

0 185

[ad_1]

रीवा. रीवा जिले में गौ शाला के नाम पर अवैध वसूली के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है. बात इतनी बढ़ गयी है कि केन्द्रीय पशु कल्याण विभाग के सदस्य यहां जांच के लिए पहुंचे. उन्होंने गौ शालाओं की जांच की और 8 को ब्लैक लिस्टेड कर दिया. यहां डिस्पेंसरी के नाम पर फंड वसूला जा रहा था.

रीवा जिले में गौ शाला के नाम पर लंबे समय से अवैध रूप से फण्ड वसूला जा रहा था. इसका खुलासा बुधवार को केंद्रीय एनिमल वेल्फेयर के सदस्य राम कृष्ण रघुवंशी की जांच में हुआ है. बताया जा रहा है कि 2 दिवसीय प्रवास पर रीवा पहुंचे रघुवंशी ने जिले में चलायी जा रहीं गौशालाओ का निरीक्षण किया तब पता चला कि यहां त्योंथर तहसील में 8 गौशालाएं ऐसी हैं जहां डिस्पेंसरी के नाम पर गलत तरीके से केवल सरकारी फण्ड निकाला जा रहा था. उसके बाद उन्होंने तत्काल सभी 8 गौशालाओं को ब्लैक लिस्टेड कर दिया. इन सभी गौशालाओं से रिकवरी ना होने पर उनके खिलाफ FIR भी की जाएगी.

8 गौशालाएं ब्लैक लिस्टेड
रीवा जिले में लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि यहां गौशालाओं के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. ये शिकायतें केंद्रीय पशु कल्याण समिति तक पहुंच गयी थीं. इसकी जांच के लिए दिल्ली से समिति के सदस्य रामकृष्ण रघुवंशी को रीवा भेजा गया. यहां पर उन्होंने जिले भर में भ्रमण किया. इस दौरान त्योंथर तहसील क्षेत्र में तकरीबन 8 गौशालाएं फर्जी निकलीं. उन सभी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया.

ये भी पढ़ें- जबलपुर ने बनाया रिकॉर्ड : मेगा शिविर में 1 दिन में 3 हजार लोगों ने किया रक्तदान

डिस्पेंसरी के नाम पर चंदा वसूली
केंद्रीय पशु कल्याण समिति के सदस्य रामकृष्ण रघुवंशी ने जब शिकायत के आधार पर गौशालाओं का भ्रमण किया तो देखा कि कई जगह डिस्पेंसरी के नाम पर गलत तरीके से सरकार से फंड वसूले जा रहे हैं. इन गौशालाओं को संचालित करने वाले प्राइवेट एनजीओ को रिकवरी का नोटिस भेज दिया. रिकवरी नहीं मिलने पर उनके खिलाफ एफआईआर की जाएगी.

प्रशासन ने नहीं किया सहयोग
केंद्रीय पशु कल्याण समिति के सदस्य रामकृष्ण रघुवंशी ने बताया कि जब वह जांच के लिए रीवा पहुंचे तो प्रोटोकॉल के तहत उनकी जानकारी प्रशासन को दी गई. परंतु जांच में उन्हें प्रशासनिक सहयोग नहीं मिला. प्रशासन का कोई भी आदमी 2 दिन तक उनसे मिलने नहीं पहुंचा. जाहिर है प्रशासन में बैठे लोगों की मिलीभगत से ही ये फर्जीवाड़ा किया जा रहा होगा. रघुवंशी का मानना है प्रशासन को पहले ही अपनी गलती का आभास हो गया था इस वजह से वह जांच में सहयोग के लिए नहीं पहुंचा.

Tags: Madhya pradesh latest news, Rewa News

[ad_2]

Source link

Leave A Reply

Your email address will not be published.