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मां को मिल रही थी 14 बीघा जमीन, बेटे को बर्दाश्त नहीं हुई खुशी; रच डाली खौफनाक साजिश

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देवास. मध्य प्रदेश के देवास जिले की पुलिस ने हुकुम सिंह हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा किया है. हुकुम 21 अगस्त को गुम हो गए थे. उनका गांव की महिला रामकन्या के घर आना-जाना था. पुलिस ने बताया कि रामकन्या का बेटा उसके ससुर रतनलाल की 14 बीघा जमीन पर पूरी तरह कब्जा करना चाहता था. लेकिन, हुकुम उसके इस काम में रुकावट बन रहा था. इसलिए आरोपी ने अपने 5 साथियों के साथ मिलकर उन्हें पहले किडनैप किया और फिल गला दबाकर 300 फिट गहरी खाई में फेंक दिया. इस मामले में पुलिस अभी तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.

देवास एसपी डॉ. शिवदयाल ने बताया कि 21 अगस्त को हुकुम सिंह के बेटे नरेंद्र सोलंकी ने पिता के गुम हो जाने की सूचना थाना कोतवाली पुलिस को दी थी. नरेंद्र ने पिता के रामकन्या  से जुड़े विवाद की जानकारी भी पुलिस को दी थी. पुलिस ने इसी संकेत पर आगे की जांच शुरू कर दी. उसके बाद हत्याकांड के एक के बाद एक पत्ते खुलते गए. पुलिस के सामने सबसे पहला नाम आया रामकन्या के बड़े बेटे रवि देवड़ा का. पुलिस ने बताया कि इस मामले को सुलझाने के लिए सबसे पहले रामकन्या से पूछताछ की.

26 साल पहले महिला को छोड़ दिया था पति ने
रामकन्या ने पुलिस को बताया कि उसके पति स्व. कालूसिंह ने उसे 26 साल पहले छोड़ दिया था. उसके बाद से ही वह हुकुम सिंह के साथ रह रही थी. हुकुम सिंह एक रिटायर्ड बीएनपी कर्मचारी है. उसने सन 1994 में रामकन्या को एक घर दिला दिया था. उसके बाद से ही वह रामकन्या के घर आता-जाता रहता था. ग्राम मडका में रामकन्या के ससुर और रवि देवड़ा के दादा रतनलाल के नाम से कुल 14 बीघा जमीन थी. उस 14 बीघा जमीन को हुकुम सिंह रामकन्या के नाम दिलाना चाहता था. वह इस मामले को कोर्ट तक भी ले गया था. बताया जा रहा है कि इस मामले में कोर्ट का फैसला भी जल्द आने वाला था. सभी जानते थे कि अगर वह जमीन रामकन्या के नाम होती तो उसके पीछे हुकुम सिंह का ही हाथ होता.

इस तरह की हत्या
इधर रामकन्या के पति कालू सिंह की भी 7-8 साल पहले मृत्यु हो चुकी थी. सरकारी रिकॉर्ड में उसकी पत्नी रामकन्या ही थी. इसलिए उस जमीन पर उसका ही सीधा हक था. लेकिन, फैसला आने से पहले ही हुकुम सिंह की हत्या हो गई. पुलिस ने बताया कि रवि जैसे-तैसे हुकुम सिंह को रास्ते से हटाना चाहता था. उसने बाकायदा इसकी योजना बनाई और 20 अगस्त को उज्जैन रोड से आ रहे हुकुम सिंह को लाल कार में साथियों के साथ किडनैप कर लिया. उसके बाद आरोपियों ने मृतक के मुह में कपड़ा ठूंसा और गला दबाकर हत्या कर दी. किसी को इस हत्या का पता न चले इसलिए सभी आरोपी हुकुम सिंह की लाश को सिया घाट के जंगल ले गए और 300 फीट गहरी खाई में फेंक दिया.

ये आरोपी गिरफ्तार
एसपी डॉ. शिवदयाल सिंह ने बताया कि रवि देवड़ा से पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसकी निशानदेही पर पुलिस टीम ने मौके पर जाकर 300 फीट नीचे खाई में रस्सी की मदद से हुकुम सिंह का शव, मोटरसाइकिल, हत्या में प्रयुक्त रस्सी, बेल्ट व गमछा बरामद किया. इस पूरे प्रकरण में पुलिस ने 6 आरोपी बनाए हैं. पांच आरोपी रवि देवड़ा, गजराज, अनिल, आशीष, सुनील को गिरफ्तार कर लिया है. एक अन्य आरोपी शुभम को भी राउंडअप कर पुलिस पूछताछ कर रही है.

Tags: Dewas News, Mp news

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