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राजस्थान: दलित छात्र की मौत के बाद हालात बेकाबू, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प; पत्थरबाजी

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हाइलाइट्स

परिजनों ने छात्र का शव उठाने से किया इनकार
पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए भीड़ को खदेड़ा

श्याम सुंदर बिश्नोई.

जालोर. जालोर के सुराणा में दलित छात्र इंद्र मेघवाल की मौत के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं. परिजनों ने शव उठाने से इनकार किया दिया है. 3 घंटों की समझाइश के बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों सामने-सामने आ गए. पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच जबरदस्त झड़प हुई. लाठीचार्ज में कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए. पुलिस पर पत्थरबाजी हुई. गाड़ियों को तोड़ने की कोशिश की गई. रास्तों को बंद किया गया. पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया. हजारों की संख्या में भीड़ गांव में जमा हुई. कुछ प्रदर्शनकारियों के गंभीर चोटें आई हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

जालोर जिले के सुराणा के निजी विद्यालय में छात्र की मारपीट के बाद मौत के मामले को लेकर अंतिम संस्कार करने के लिए समाज के लोगों की पुलिस प्रशासन के साथ करीब 3 घंटे चली वार्ता विफल रही. उसके बाद हालात पूरी तरीके से बेकाबू हो गए. वहां पर मौजूद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जबरदस्त झड़प हुई जिसमें करीब एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए. पुलिस के लाठीचार्ज से कुछ लोगों को चोट आई हैं तो वहीं प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की. पूरे प्रकरण को लेकर हालात पूरी तरीके से बेकाबू हो गए. पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए भीड़ को खदेड़ा. प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. अतिरिक्त फोर्स को भी बुलाया गया है.

गौरतलब है कि दलित छात्र इंद्र कुमार की शनिवार को मौत हो गई थी. दलित छात्र को स्कूल के एक अध्यापक ने कथित तौर पर पीने के पानी के बर्तन को छूने पर पीट दिया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. आरोपी अध्यापक छैलसिंह (40) को गिरफ्तार कर लिया गया है. हत्या और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. जानकारी के मुताबिक, छात्र इंद्र मेघवाल की 20 जुलाई को अध्यापक ने पिटाई की थी.

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि मामले की त्वरित जांच के लिये इसे ‘केस ऑफिसर स्कीम’ में लिया जाएगा. उन्होंने शनिवार रात मुख्यमंत्री राहत कोष से बालक के परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायत देने की भी घोषणा की. राज्य के शिक्षा विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

जालौर पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाला ने कहा कि बालक को बुरी तरह पीटा गया था और पीटने का कारण पीने के पानी के बर्तन को छूना बताया गया. इसकी जांच होनी बाकी है. दलित छात्र के पिता का आरोप है कि अध्यापक की पिटाई से बालक के चेहरे और कान में चोटें आईं और वह लगभग बेहोश हो गया. घायल बालक को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे उदयपुर के अस्पताल में रेफर कर दिया गया. हालत में कोई सुधार नहीं होने पर उसे अहमदाबाद ले गए. उसने शनिवार को दम तोड़ दिया.

Tags: Rajasthan news, Rajasthan news live

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