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MP: आय से 650 फीसदी अधिक संपत्ति जुटाने वाले एआरटीओ पॉल का सिर्फ ट्रांसफर, सरकार पर उठे सवाल

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जबलपुर. ईओडब्ल्यू की जांच में फंसे भ्रष्ट एआरटीओ संतोष पॉल पर सस्पेंशन की कार्रवाई न होने से सूबे की सियासत अब गर्मा रही है. कहने को ईओडब्ल्यू ने बेनकाब हुए इस भ्रष्ट अधिकारी के पास अकूत संपत्ति का जखीरा बरामद किया है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर फिलहाल केवल उनका ट्रांसफर हुआ है. अब इस मामले को लेकर भोपाल में विपक्ष ने जहां कड़े सवाल किए हैं, वहीं, बीजेपी की ओर से कोई जिम्मेदार फिलहाल कुछ भी कहने से बच रहा है.

गौरतलब है कि जबलपुर से बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने भ्रष्ट अधिकारी पर की गई कार्रवाई का स्वागत किया है. उनका मानना है कि ऐसे अधिकारियों पर लगातार 15 सालों से बीजेपी कार्रवाई कर रही है. जहां तक निष्कासन का सवाल है तो फिलहाल एआरटीओ संतोष पॉल को एक मौका दिया गया है, ताकि वे आय से अधिक संपत्ति के मामले में अपनी आय बता सकें. लेकिन, ऐसे अधिकारियों पर किसी भी प्रकार की मेहरबानी बिल्कुल नहीं की जाएगी. इसके खिलाफ जो समुचित कार्रवाई होगी वह होकर रहेगी.

संपत्ति देख दंग रह गए थे सभी
बता दें, ईओडब्ल्यू ने 8 दिन पहले संतोष पॉल के ठिकानों पर छापा मारा था. उस कार्रवाई में पॉल की आय से 650 फीसदी अधिक संपत्ति होना पाया गया था.  10 हजारवर्ग फीट जमीन पर बना आलीशान मकान हो या लग्जरी लाइफस्टाइल, हर शख्स उसके कारनामे देख दंग रह गया था. इस मामले पर विपक्ष के नेताओं का कहना है कि जिस तरीके से संतोष पॉल पर कार्रवाई हुई थी उससे लग रहा था परिवहन विभाग उन्हें निलंबित करेगा, लेकिन 5 दिनों बाद भी कार्रवाई के रूप में केवल संतोष का ट्रांसफर ही हुआ.

नेताओं ने खड़े किए सवाल
इस मामले पर विपक्ष के नेताओं का कहना है कि जिस तरीके से संतोष पॉल पर कार्रवाई हुई थी उससे लग रहा था परिवहन विभाग उन्हें निलंबित करेगा, लेकिन 5 दिनों बाद भी कार्रवाई के रूप में केवल संतोष का ट्रांसफर ही हुआ. विपक्ष के नेताओं का कहना है कि जब भी कोई शख्स ईओडब्ल्यू में फंसता है या उसकी आय से अधिक संपत्ति का खुलासा होता है तो उसे तत्काल निलंबित कर दिया जाता है. उन्होंने सरकार से सवाल किया कि एआरटीओ संतोष पॉल क्या मेहरबानी की जमीन पर खड़े हैं.

Tags: Jabalpur news, Mp news

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