Take a fresh look at your lifestyle.

MP : पंंचायत और निकाय के बाद अब विधानसभा चुनाव की तैयारी, कमजोर बूथ पर कांग्रेस-बीजेपी की नजर

0 148

[ad_1]

भोपाल. मध्य प्रदेश में हाल ही में हुए नगरीय निकाय चुनाव के बाद अब भाजपा और कांग्रेस दोनों की नजर विधानसभा चुनाव 2023 पर आ टिकी हैं. बीते चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने बूथ मजबूत करने पर खासा फोकस किया था. बीजेपी ने हर बूथ पर त्रिदेव नियुक्त किये थे. भाजपा का दावा है कि बूथ मजबूत संरचना के दम पर ही निकाय और पंचायत चुनावों में पार्टी को बड़ी जीत मिली लेकिन जिन बूथ पर पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा और हार का सामना करना पड़ा उन्हें लेकर नेता सतर्क हैं. अब इन बूथों पर पार्टी का प्रदेश नेतृत्व बूथ सशक्तिकरण अभियान चलाएगा ताकि विधानसभा चुनाव में नुकसान से बचा जा सके.

एमपी में भाजपा लगातार चुनावी मोड में नजर आ रही है. हाल ही में क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल मध्य प्रदेश के दौरे पर थे. उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भोपाल के विधायकोंं, महापौर, पार्षद, जिला और प्रदेश इकाई के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. साथ ही उनकी मुलाकात प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा समेत तमाम बड़े नेताओं से भी हुई.

हर बूथ पर नजर
जामवाल के दौरे के बाद अब संगठनात्मक कसावट को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं. भाजपा महासचिव भगवानदास सबनानी ने बताया कि निकाय चुनावों में पार्टी को अभूतपूर्व सफलता मिली है. बूथ  विस्तार अभियान और त्रिदेव के कारण परिणाम हमारे पक्ष में आए हैं. जो कमियां रह गई हैं उन्हें ठीक करेंगे. आने वाले समय में बूथ सशक्तिकरण अभियान चलाकर सभी बूथ को मजबूत किया जाएगा. जहां कमियां हैं उन्हें ठीक करेंगे. जहां अच्छा है उसे और बेहतर करेंगे. प्रदेश के 64,636 बूथ पर लगातार समीक्षा और मॉनिटरिंग का काम चल रहा है.

ये भी पढ़ें- Har Ghar Tirnga : नर्मदा की लहरों पर शान से लहराया तिरंगा, ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा होगा, PHOTOS

बूथ के दम पर जीत का भरोसा
बूथ सशक्तिकरण अभियान पर कांग्रेस का कहना है बूथ से ही किसी भी राजनीतिक दल की मजबूती तय होती है. बीते चुनाव में जनता ने साबित कर दिया है कि वह कांग्रेस पार्टी के साथ है. बड़ी संख्या में निकाय और पंचायत चुनावों में हमें सफलता मिली है. बूथ पर कांग्रेस, भाजपा से कहीं ज्यादा मजबूत है. हमारी बूथ पर जमावट बहुत मजबूत है. विधानसभा चुनाव जीतकर पार्टी सत्ता में वापसी करेगी.

सियासी गहमागहमी
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में करीब सवा साल का समय शेष रह गया है. लेकिन सियासी गहमागहमी अभी से बढ़ने लगी है. बीजेपी कांग्रेस दोनों ही दल भली-भांति इस बात को समझते हैं कि चुनावों में बड़ी सफलता हासिल करनी है तो सबसे छोटी इकाई बूथ पर मजबूत करना होगा.

Tags: Madhya Pradesh Assembly, Madhya pradesh news

[ad_2]

Source link

Leave A Reply

Your email address will not be published.